मन ले नहीं दौना, पाँव ले खोरी हे |मया के बाँधे, बज्जर डोरी हे || अंधवा ला आंखी नहीं ता लाठी दिये जा सकथे. भैरा ला चिल्ला के त कोंदा ल इसारा म कहे जाथे. खोरवा लंगड़ा ल हिम्मत ले बल दिये जाथे . दौना बिचारी जनमती खोरी ये. आंखी कान तो सुरुजमुखी ये. आंखी के ओरमे करिया घटा कस चुंदी, रिगबिग ले चाँदी कस उज्जर उज्जर दाँत , सुकवा कस नाकबेंसरी, ढैंस कांदा कस कोंवर ठाठ म पिंयर सारी अरझे रहै पर बपुरी दौना एक गोड़ ले लचारी हे…
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दौना (कहिनी) : मंगत रविन्द्र
मन ले नहीं दौना, पाँव ले खोरी हे |मया के बाँधे, बज्जर डोरी हे || अंधवा ला आंखी नहीं ता लाठी दिये जा सकथे. भैरा ला चिल्ला के त कोंदा ल इसारा म कहे जाथे. खोरवा लंगड़ा ल हिम्मत ले बल दिये जाथे . दौना बिचारी जनमती खोरी ये. आंखी कान तो सुरुजमुखी ये. आंखी के ओरमे करिया घटा कस चुंदी, रिगबिग ले चाँदी कस उज्जर उज्जर दाँत , सुकवा कस नाकबेंसरी, ढैंस कांदा कस कोंवर ठाठ म पिंयर सारी अरझे रहै पर बपुरी दौना एक गोड़ ले लचारी हे…
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