Rameshkumar Singh Chouhan

होथे कइसे संत हा (कुण्डलिया)

काला कहि अब संत रे, आसा गे सब  टूट । ढोंगी ढ़ोंगी साधु हे, धरम करम के लूट ।। धरम… Read More

9 years ago

कवित्त छंद

ऐती तेती चारो कोती, इहरू बिछरू बन, देश के बैरी दुश्मन, घुसरे हे देश मा । चोट्टा बैरी लुका चोरी,… Read More

10 years ago

श्रीशमि गणेश मंदिर नवागढ

बेमेतरा जिला के नगर नवागढ के हिरदय स्थल मा भगवान गणेश के एक ठन अब्बड़ जून्ना मंदिर हे एइसे माने… Read More

10 years ago

वाह रे तै तो मनखे (रोला छंद)

जस भेडिया धसान, धसे मनखे काबर हे । छेके परिया गांव, जीव ले तो जांगर हे ।। नदिया नरवा छेक,… Read More

10 years ago

भोजली गीत

रिमझिम रिमझिम सावन के फुहारे । चंदन छिटा देवंव दाई जम्मो अंग तुहारे ।। तरिया भरे पानी धनहा बाढ़े धाने… Read More

10 years ago

दू ठन गीत रोला छंद अउ कुण्डलियां छंद म

1. मोर गवा गे गांव (रोला छंद) मोर गवा गे गांव, कहूं देखे हव का गा । बइठे कोनो मेर,… Read More

10 years ago

मोर मयारू गणेस

दोहा जऊन भक्त शरण पड़े, ले श्रद्धा विश्वास । श्रीगणेश पूरन करे, ऊखर जम्मो आस ।। चौपाई हे गौरा गौरी… Read More

10 years ago

कहानी : मुर्रा के लाडू

घातेच दिन के बात आवय ओ जमाना म आज काल कस टीवी, सिनेमा कस ताम झाम नई रहिस । गांव… Read More

10 years ago