Rijhe Yadav

संसो

आज संझौती बेरा म बुता ले लहुट के आयेंव त हमर सिरीमति ह अनमनहा बैठे राहय।ओला अइसन दसा म देखके… Read More

5 years ago

नान्‍हे कहिनी : नोनी

आज राधा अउ जानकी नल म पानी भरत खानी एक दूसर संग गोठियावत राहय। राधा ह जानकी ल पूछथे-'हव बहिनी!… Read More

5 years ago

मोला करजा चाही

पाछू बच्छर दू बच्छर ले करजा के अतेक गोठ चलत हे कि सुन-सुन के कान पिरागे हे।फलाना के करजा,ढेकाना के… Read More

5 years ago

व्‍यंग्‍य-हनुमान के जात

बैकुण्ठ धाम म भगवान राम ह माता सीता संग सुंदर सिंघासन म बिराजमान होके इहलोक के संबंध म चरचा करत… Read More

5 years ago

लघुकथा-किसान

एक झन साहब अउ ओकर लइका ह गांव घूमे बर आइन।एक ठ खेत म पसीना ले तरबतर अउ मइलाहा कपडा… Read More

5 years ago

का होही?

बाढत नोनी के संसो म ददा के नींद भगा जाथे। कतको चतुरा रहिथे तेनो ह रिश्ता-नत्ता म ठगा जाथे। दू… Read More

5 years ago

नान्हे कहिनी- बेटी अउ बहू

एक झन दूधवाला ह अपन गिराहिक कना दूध लेके जाथे त एकझन माइलोगिन ह दूध ल झोंकाथे। पहिली दिन- 'उपराहा… Read More

5 years ago

नान्हे कहिनी – सवाल

'बबा!ये दिया काबर बरत हे?' 'अंजोर करे खातिर बरत हे बेटा!!' बबा ह अपन नाती ल समझावत बताइस। ताहने ओकर… Read More

5 years ago

चुनई के बेरा मे आफर के बरसात हे।

चुनई के बेरा मे आफर के बरसात हे। बोरे बासी खवईया बर भात ताते तात हे। बच्छर भर ले राज… Read More

6 years ago

बरसा ह आवत हे!

डोंगरी गुंगवावत हावय,कोरिया फूल महमहावय। छन-छन पैरी बजावत बरखा रानी आवत हावय। भुंईया पहिरे हरियर लुगरा बादर दिखय करिया करिया।… Read More

6 years ago