Sapana Nigam

मक्खी-मच्छर मारो अभियान – कबिता

(कविता-जनहित मा जारी)जौन गढ्ढा मा जनम धरिसे ,ओला सपाट बनालवमक्खी-मच्छर ला मारवअउ तुम उनला दूर हकालव.मच्छर के चाबे से होथेडेंगू… Read More

13 years ago

श्रीमती सपना निगम के कबिता : कुकरी महारानी

कइसने नरी - ला टेड़वायगजब पाँखी फड़फड़ाययेती कुकरी कोरकोरायवोती कुकरा नरियायकूद- फांद के चढ़े खपरा- छानीएला हकालौ हो ननदी- देवरानी… Read More

13 years ago

कान्हा के होली ( छत्‍तीसगढ़ी फाग गीत )

रंग बगरे हे बिरिज धाम माकान्हा  खेले रे होली वृन्दावन ले आये हवे गोली ग्वाल के टोली कनिहा में खोचे बंसी मोर मुकुट लगाये यही… Read More

13 years ago

मोर कुकरा कलगी वाला हे ( गीत )

दुनिया में सबले निराला हे ....मोर कुकरा कलगी वाला हे ....चार बजे उठ जावे ओहा सरी गाव ला सोरियावे ओहा… Read More

13 years ago

रेमटा टुरा – २ चिपरिन के मही

ममा गाँव मा रहे एक झनठेठ्वारिन दाई अंकलहिन् बेलमार के मइके ओखर बढौवल नाम बेलमरहिन् ओखर घर मा गैया भैसी… Read More

13 years ago

रेमटा टुरा के करामात

जेठू के रेमटा टूरा लाकोनो का समझाए नान नान कुकुर के पिला देखे ओला बहुत दउड़ाए दुनो हाथ पसारे वोहादुनो… Read More

13 years ago

राज्योत्सव मेला

अँधा लंगड़ा बड़े मितानी सुने हो हौ तुम कहानी कहूँ जनम के दुनो संगवारी हो है लाग मानीभीख मांग के… Read More

14 years ago

जनकवि कोदूराम ”दलित” की पुत्र वधु श्रीमती सपना निगम के नान्‍हे कहिनी

अड़हा टूरा के कहिनीहमर गाँव मा एक झन जुंवर्रा टूरा रहिस हे. मूड ला अडबड खजुवाय औ लडर-बडर गोठियावय.  ओखर… Read More

14 years ago