Shakuntala Sharma

गणपति : जयकरी छंद

आव गजानन हमरो - द्वार, पहिराहौं गज मुक्ता हार बुद्धि संग हे रूप अपार, रिद्धि सिद्धि के रंग हजार। गणपति… Read More

7 years ago

गुरमटिया म सावन अउ महतारी

सावन के का बात हे भाई सावन तो मन भावन ए सबो महीना आथे- जाथे फेर सावन तो सावन ए… Read More

11 years ago

ठुमरी

सावन ह आगे तैं आ जा संगवारी झटकुन नइ आए तव खाबे तैंगारी। नरवा अउ नदिया म ह आए हे… Read More

11 years ago

गज़ल : छत्‍तीसगढ़ी गज़ल संग्रह “बूड़ मरय नहकौनी दय” ले 2

रिमझिम पानी म मन मंजूर हो जाथे काबर बादर के गरजन मोला अब्बड डेरवाथे काबर ? पानी गिरथे तव ए… Read More

11 years ago

गज़ल : छत्‍तीसगढ़ी गज़ल संग्रह “बूड़ मरय नहकौनी दय” ले 3

आम - लीम- बर- पीपर - पहिरे छत्तीसगढ के सबो गॉंव नदिया नरवा पार म बइठे छत्तीसगढ के सबो गॉंव… Read More

11 years ago

गज़ल : छत्‍तीसगढ़ी गज़ल संग्रह “बूड़ मरय नहकौनी दय” ले 4

बाबा हर सरकार ल रामलीला ले चुपे-चुप चेताइस हे जनतंत्र के महत्व ल गॉंधी के भाखा म समझाइस हे। बाबा… Read More

11 years ago

गज़ल : छत्‍तीसगढ़ी गज़ल संग्रह “बूड़ मरय नहकौनी दय” ले 5

रंग म बूड के फागुन आ गे बइठ पतंग सवारी म टेसू फूल धरे हे हाथ म ठाढे हावय दुवारी… Read More

11 years ago

गज़ल : छत्‍तीसगढ़ी गज़ल संग्रह “बूड़ मरय नहकौनी दय” ले

आगे बादर पानी के दिन अब तो पानी - पूरा आही बीत गे बोरे - बासी के दिन दार -… Read More

11 years ago

छत्तीसगढ़ी लघुकथा संग्रह – करगा

शकुन्तला शर्मा भिलाई, छत्‍तीसगढ़ शिक्षा - एम.ए.(संस्‍कृत, हिन्‍दी), बी.एड.(सिद्धॉंतालंकार) ब्लाॅग - http://shaakuntalam.blogspot.in कृतियॉं - 1. चंदा के छॉंव म (छत्‍तीसगढ़ी… Read More

11 years ago