जग अंधियारी छा गे हवय, मन ला कईस उजियारंव गा। आ जतेस तै सुरूज देवता, बिनती तोर मनावंव गा॥ कारी… Read More
मास्टर ह रखवार ल कथे- चल जी मंय तोला परमान भीतरी दूंहू आ कहिके रखवार अऊ रऊत संग गुरुजी ह… Read More
दिन-रात पोंगा ल, वजावत हावयंघर-घर म जाके, रिरियावत हावंयअईसन छाये हे, चुनावी मऊसमचारो खूंट मनखे, बगरावत हावंयकोन्हों कुछु करंय त… Read More