छत्तीसगढी़ भासा साहित्य ल पोठ करे के उजोग म सरी जिंदगी खपा देवइया। टिकेंद्र टिकरिहा के जनम 1.2.1927 म ग्राम सिलघट जिला दुर्ग म होय रहिस। आप मूल रूप ले नाटककार रहा। आपके परकासित किताब ए प्रकार ले हवै। प्रहसन गंवइहा साहुकार ले छुटकारा सउत के डर पितर पिंडा नवाबिहान आपके दर्जनो नाटक मन रायपुर अकासवाणी ले परकासित होय रहिन। 1964 म आप दैनिक समाचार अग्रदुत ले जुडे़ रहौ। छत्तीसगढ़ राजा के सपना साकार होइस तब आप महाप्रस्थान करे रहा।
गुरतुर गोठ में संग्रहित रचनायें .