हमर मइके रइपुर म नवा रहपुर बन गे हे, तेन ल तो तेहां जानत हस। टूरा के दाई ह अपन… Read More
एक समे के बात ये, पानी नी गिरीस। अंकाल पर गे। सब कोती हाहाकार मचगे। सब ले जादा पानी म… Read More
हाना म कहिनीएक साहार म एक झन आदमी राहाय। ओ कहिथे- भगवान हा सब झन ल अमीर बनाए हे,भला मुहीच… Read More
बिन पानी के।सावन-भादो! जेठ।मन उदास।x ठग-ठग के।तैं बिलवा बादर।कांहां बुलबे?x बिगन पानी।कइसे होही खेती।संसो लागथे।x बिचारे हस?निरदई बादर।मन के पीरा।x… Read More
एक झन राजा रिहिस। ओ हा अपन राज म बजार लगवाय। ओखर फरमान रिहिस कि जऊन जिनिस हा सांझ के… Read More
''मोर चेहरा के उदासी ह परोसी मेंर घलो नइ दोबईस। मोला अतक पन उदास कभू नई देखे रिहीस होही। परोसी… Read More
''संसार के सब दाई-ददा हा बहू, बेटा, नाती -नतरा के सुख भोगे के सपना देखथे। ओ मन रात -दिन इही… Read More