गुना, मिस्ड काल से शुरू हो गीस दोस्ती वॉट्सएप व फेसबुक के साथ होय प्रेम! ये कहानी भोपाल के ओ लड़की के हावे जऊन युवक के झांसे मं आकर ओला दिल तो दे बैठी लेकिन आखरी मं मिलीस सिरिफ ओला धोखा। युवक के चंगुल से फ्री हो गीस युवती हर पुलिस ल बताय कि आरोपी हर ओला बताय था कि वो फॉरेस्ट विभाग मं बड़ा अधिकारी हावे अऊ उससे शादी करना चाहता हावे।
युवक के झांसे मं आकर युवती ओखर साथ भोपाल से मधुसूदनगढ़ के इमलिया गांव आ तो गे, लेकिन इहां आरोपी हर ओला बंधक बना ले। एखर दौरान युवती ल पता चला कि आरोपी युवक पहिली से ही शादीशुदा हावे। इधर युवती के तलाश मं जुटी भोपाल अऊ मधुसूदनगढ़ पुलिस हर साइबर सेल के माध्यम से युवती के मोबाइल के लास्ट लोकेशन चेक के तो वो मधुसूदनगढ़ के इमलिया मं मिलीस। जहां पुलिस हर दबिश देकर युवती ल तो फ्री करा ले लेकिन एखर दौरान आरोपी भागने मं सफल रहा।
जानकारी के अनुसार भोपाल कोहेफिजा थाना मं पदस्थ एसआई अनोखेलाल हर बताय कि युवती के परिजनों हर 15 अगस्त ल थाने पहुंचकर युवती के गुमशुदा होए के रिपोट लिखाई थी। एखर दौरान युवती के मोबाइल नंबर घलोक पुलिस ल दे गीस। कोहेफिजा पुलिस हर ओ मोबाइल नंबर ल साइबर सेल मं ट्रेस करे बर पहुंचाया। उन्होंने बताय कि साइबर सेल से ओ मन ल जानकारी मिलीस कि युवती के मोबाइल के आखिरी लोकेशन जामनेर थानाक्षेत्र के मधुसूदनगढ़ चौकी के तहत इमलिया टावर से आ रही हावे।
सूचना म तुरंत एसआई अनोखेलाल सहित महिला अधिकारियों के एक टीम मधुसूदनगढ़ चौकी पहुंची, जहां चौकी प्रभारी बलवीरसिंह मावई के साथ पुलिस टीम हर इमलिया गांव मं दबिश दे, जहां एक सूने मकान से युवती ल पुलिस हर बरामद करे गीस। आरोपी हर ओला घर मं बंधक बनाकर रखे था अउर ओखर पास मोबाइल ल घलोक तोड़ दे था। यदि पुलिस सही समय म मोबाइल लोकेशन ल ट्रेस कर नइ पहुंचती, तो शायद ओखर जिंदगी नरक बनकर रह जाती। क्योंकि आरोपी पहिली से ही शादीशुदा था।
मिस्ड काल से शुरू हो गीस थी प्रेम कहानी
युवती हर पुलिस अधिकारियों ल बताय कि करीब तीन महीने पहिली भगवानसिंह भील निवासी इमलिया पान चौकी मधुसूदनगढ़ थाना जामनेर हर ओला एक मिस्ड काल दे था। एखर बाद जब ओ हर काल बेक करे गीस, तो आरोपी हर गलती से फोन लगने के बात कहते हुए काफी देर तक उससे बात के। ओ हर बताय कि वो पढ़ी-लिखी होए के बावजूद आरोपी के झांसे मं आ गे अऊ आरोपी के कई दिनों तक लगातार फोन आते रहे। बाद मं वॉट्सएप अऊ फेसबुक के साथ युवती ल आरोपी हर पूरा जइसन से अपन प्रेम जाल मं फंसा ले।
युवती हर पुलिस ल बताय कि आरोपी उससे कहता था कि वो फारेस्ट विभाग मं बड़े पद म हावे अऊ वन विभाग के तीन थाने ओखर अंडर मं आते हावे। 15 अगस्त ल आरोपी के फोन आया अऊ कहा कि गांव मे ओखर एक बड़ा घर हावे अऊ घर देखाय के बहाने आरोपी ओला भोपाल से मधुसूदनगढ़ लेकर आ गीस, जहां इमलिया पान मं मौजूद टपरों मं ले जाकर ओला बंद कर दे। एखर दौरान आरोपी हर युवती तीर रखे मोबाइल ल छीनकर तोड़ घलोक दे। ताकि वो कोनो से बात नइ कर पाए।
एही बीच सुकरवार ल पुलिस के टीम गांव मं पहुंची अऊ भगवानसिंह भील के मकान से युवती ल बरामद कर ले गीस, जऊन समय पुलिस हर घर मं दबिश दे तो, ओ समय आरोपी घर मं नइ था। पुलिस हर पहिली युवती ल बरामद कर ओखर बयान दर्ज करे अऊ आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच मं ले हावे। भोपाल पुलिस युवती ल लेकर भोपाल रवाना हो गीस हावे।
सोशल साइट्स के चक्कर मं नइ फंसे लड़कियां
एखर दौरान नवदुनिया से चर्चा के समय युवती हर देश के अऊर लड़कियों ल संदेश देवत हुए कहा कि लड़कियां सोशल साइट्स म प्यार आदि के चक्कर मं नइ पड़ें। युवती के मुताबिक वो खुद पढ़ी-लिखी हावे अऊ समझदार घलोक। लेकिन आरोपी के बातों मं वो अइसन फंसी कि ओखर जिंदगी कुछ दिनों बर नरक बन गे थी।
यदि मोबाइल के लोकेशन अऊ पुलिस सतर्क नइ होती, तो ओखर जीवन ही बर्बाद हो जात। ओ हर लड़कियों ल संदेश देवत हुए कहा कि लड़कियां सोशल साइट्स म लड़कों से भले ही बात करव। लेकिन वो कोनो घलोक जगह ऊंखर साथ तब तक नइ जाव, जब तक ऊंखर परिजन या ओखर कोनो करीबी साथ नइ हो।
भगवानसिंह भील निवासी इमलिया पान चौकी मधुसूदनगढ़ थाना जामनेर के खिलाफ युवती के अपहरण के मामला दर्ज कर जांच मं ले गीस हावे। भोपाल पुलिस से संपर्क करे म हमने सर्चिंग के, तो युवती घलोक बरामद हो गीस। पुलिस अधिकारी महिला पुलिस के साथ युवती ल लेकर भोपाल रवाना हो गे हावे, जहां ओखर मेडीकल कराया जाही। एखर बाद आरोपी के खिलाफ अऊ घलोक धाराएं बढ़ाई जा सके हावे। -बलवीरसिंह मावई, चौकी प्रभारी मधुसूदनगढ़
परिजनों हर युवती तीर मौजूद मोबाइल नंबर हमें दे था। गुमशुदगी दर्ज करे के बाद ओ मोबाइल नंबर ल हमने साइबर सेल ल दे, जहां से रिपोट आई कि मोबाइल के आखिरी लोकेशन मधुसूदनगढ़ तीर मिलीस हावे। सूचना म सुकरवार ल हमने टीम के साथ मधुसूदनगढ़ चौकी संपर्क करे गीस, जहां से युवती ल बरामद कर भोपाल ले जा रहे हावे। वहीं युवती के बयान रिकार्ड कराए जाही। -अनोखेलाल, एसआई कोहेफिजा थाना, भोपाल
नोट: हिन्दी-छत्तीसगढ़ी वेब इंटरफेस से मशीनी अनुवादित