फसल को कीट से बचाने किसानों को दिया गया दो दिवसीय प्रशिक्षण

फसल को कीट से बचाने किसानों को दिया गया दो दिवसीय प्रशिक्षण

बेमेतरा, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय के अंतर्गत केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, रायपुर द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र, बेमेतरा में रबी 2024-25 के तहत दो दिवसीय मानव संसाधन विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में 70 प्रगतिशील किसान, किसान उत्पादक संगठन के सदस्य, कीटनाशक व्यापारी, महिला किसान सखी एवं किसान मित्र शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्घाटन श्री तोशण कुमार ठाकुर, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केंद्र, बेमेतरा एवं डॉ. रीता सिंगारे, वरिष्ठ वैज्ञानिक (कीट विज्ञान) द्वारा किया गया।प्रशिक्षण के मुख्य बिंदुप्रशिक्षण के दौरान किसानों को एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) तकनीकों से अवगत कराया गया और उनके प्रभावी उपयोग पर चर्चा की गई। श्री कन्हैया लाल मीना, वैज्ञानिक सहायक ने किसानों को N.P.S.S. मोबाइल ऐप के प्रयोग एवं उसकी विशेषताओं की जानकारी दी।
28 फरवरी 2025 को श्री नीरज सिंह, उप निदेशक, केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, रायपुर एवं डॉ. आशीष जायसवाल, वरिष्ठ वैज्ञानिक (पी.पी) ने कीटनाशकों के सुरक्षित और उचित उपयोग पर विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा, डॉ. जितेंद्र कुमार जोशी, वरिष्ठ वैज्ञानिक (वि.वि.वि.) ने प्रशिक्षणार्थियों को कीट प्रबंधन में उपयोग किए जाने वाले कृषि यंत्र एवं उपकरणों की जानकारी दी।कार्यक्रम के सफल संचालन में योगदानइस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्री डोमन सिंह टेकाम, डॉ. लव कुमार, श्री शिव कुमार सिन्हा (कार्यक्रम सहायक, कंप्यूटर), श्री कमलेश कुमार बघेल एवं श्री राजेश कुमार पाठक का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को एकीकृत कीट प्रबंधन तकनीकों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई, जिससे वे अपने खेतों में सुरक्षित और प्रभावी कीट नियंत्रण उपायों को लागू कर सकें।

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