देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है और अब दक्षिण-पश्चिम मानसून ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को बताया कि मानसून बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों, दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और उत्तर अंडमान सागर के कुछ इलाकों तक पहुंच चुका है
निकोबार में झमाझम
पिछले दो दिनों में निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 3-4 दिनों में मानसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के बाकी हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ क्षेत्रों तक और आगे बढ़ सकता है।

मानसून के पक्ष में मौसम
IMD ने बताया कि बंगाल की खाड़ी, निकोबार द्वीप और अंडमान सागर के ऊपर पछुआ हवाएं तेज़ी से बह रही हैं, जिनकी गति समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर 20 समुद्री मील से भी अधिक हो गई है। कुछ स्थानों पर यह प्रभाव 4.5 किमी तक देखा जा रहा है। इसके साथ ही ‘आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन’ (OLR) में भी कमी आई है, जो क्षेत्र में घने बादलों की मौजूदगी और मानसून की सक्रियता का संकेत है।
इन राज्यों में बरसेंगे बादल
IMD के अनुसार
- छत्तीसगढ़ में 13 से 15 मई के बीच आंधी, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।
- मध्य प्रदेश में 13 से 16 मई के बीच वर्षा होने की संभावना है।
- उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 14 व 15 मई को बारिश की संभावना है।
- गंगा के मैदानी इलाकों में पश्चिम बंगाल में 14 मई को और झारखंड में 15 व 16 मई को बारिश हो सकती है।
- केरल में 27 मई तक रुक-रुक कर बारिश जारी रह सकती है।
इस साल मानसून की समय से पहले एंट्री ने उम्मीदें बढ़ा दी हैं कि खेती-किसानी और तापमान से राहत दोनों ही मोर्चों पर सकारात्मक असर देखने को मिलेगा।