गर्भपात की दवा लेने से 17 वर्षीय गर्भवती किशोरी की मौत, मंगेतर के परिवार पर शक, जांच में जुटी पुलिस

जशपुर: जशपुर जिले की रहने वाली 17 वर्षीय गर्भवती किशोरी प्रियंका भगत की गर्भपात की दवा खाने से हालत बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। प्रियंका पांच माह की गर्भवती थी। यह दुखद घटना बुधवार को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में हुई। घटना के बाद मंगेतर के परिजन अस्पताल से फरार हो गए।

पेट दर्द के बाद भर्ती, गर्भपात की दवा खाने की हुई पुष्टि

प्रियंका को 27 मई को जशपुर जिला अस्पताल में तेज पेट दर्द के कारण भर्ती किया गया था। अस्पताल में डॉक्टरों को पता चला कि उसने अबॉर्शन की दवा खा ली है, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई। इसके बाद उसे तुरंत अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां अगले दिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

मंगेतर के परिजन मौके से भागे

प्रियंका के शव का पोस्टमॉर्टम किया जाना था, लेकिन जब अस्पताल में यह जानकारी मिली तो उसे लाने आए मंगेतर दीपक के परिवार वाले मौके से फरार हो गए। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी।

मंगेतर पर शक

गुरुवार को प्रियंका के परिजन और दीपक की मां अंबिकापुर पहुंचे। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया और उनके बयान भी दर्ज किए। प्रियंका के परिजनों ने मंगेतर दीपक पर गर्भपात की दवा देने का संदेह जताया है।

प्रेम संबंध से शादी तक

जानकारी के मुताबिक, प्रियंका और दीपक के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध थे। दोनों के परिवार शादी के लिए राजी थे, लेकिन प्रियंका की उम्र 18 वर्ष से कम होने के कारण विवाह नहीं हो सका। इसी दौरान वह गर्भवती हो गई।

पुलिस जांच में जुटी

हालांकि दीपक की मां सुधनी बाई ने दावा किया है कि उन्होंने प्रियंका को कोई दवा नहीं दी। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि प्रियंका को गर्भपात की दवा किसने दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जल्द ही अन्य पक्षों से भी पूछताछ की जाएगी।

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