नारायणपुर, जिले में धान खरीदी का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। जिले के सभी 17 धान खरीदी केंद्रों में किसानों को धान बेचने के लिए सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है और उन्हें समय पर धान की राशि का भुगतान भी किया जा रहा है।
जिले के किसान सियाराम दुग्गा ने अपने 5 एकड़ खेत से उपजे 96 क्विंटल धान को बिंजली धान खरीदी केंद्र में बेचा है। सियाराम ने बताया कि इस बार धान बेचने की प्रक्रिया पहले से अधिक सुगम और पारदर्शी है। ऑनलाइन टोकन प्रणाली के कारण उन्हें लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ा। उन्होंने कहा कि खरीदी केंद्र पर अच्छी व्यवस्था और अधिकारियों का सहयोग देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई है।
सियाराम ने बताया कि धान बेचने के दो दिन के भीतर ही उनके खाते में राशि अंतरित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि यह पहल किसानों के लिए बड़ी राहत है और उन्हें समय पर अपना भुगतान मिल रहा है।
सियाराम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के कुशल नेतृत्व में 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी की जा रही है और समर्थन मूल्य भी 3100 रुपये है जो हम किसानों के लिए बड़ी राहत की बात है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग का यह प्रयास सराहनीय है। इससे हमारी मेहनत का सही दाम मिल रहा है।
धान बेचकर मिलने वाली राशि से सियाराम गर्मी की फसल लगाएंगे और खेती-बाड़ी के साथ-साथ परिवारिक कार्यों में भी उपयोग करेंगे।
धान खरीदी केंद्रों पर किसानों के लिए छाया, पेयजल, मेडिकल किट की व्यवस्था के साथ-साथ खरीदी करने के लिए काम आने वाले समस्त उपकरणों को दुरूस्त कर रखा गया है। समय-समय पर नोडल अधिकारी धान केंद्रों का जायजा ले रहे हैं, जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो रही है।
धान खरीदी से किसानों को समय पर उचित मूल्य मिलता है, जिससे वे अपनी खेती को बेहतर तरीके से संचालित कर सकते हैं। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और वे अपने परिवार का भरण-पोषण अच्छे से कर पाते हैं।
नारायणपुर जिले में धान खरीदी का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर धान बेचने का अवसर मिल रहा है। सरकार की किसान हितैषी नीतियों से किसानों के जीवन में खुशहाली आ रही है।