मेरठ। चर्चित सौरभ हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। ब्रह्मपुरी थाना पुलिस ने सोमवार को अदालत में 1000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल करते हुए स्पष्ट किया है कि सौरभ की हत्या के पीछे कोई तंत्र-मंत्र नहीं, बल्कि अवैध प्रेम संबंध में बाधा बनने की वजह थी।
मुख्य आरोपी सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसका प्रेमी साहिल को बनाया गया है। चार्जशीट में वारदात की पूरी साजिश, घटनाक्रम और साक्ष्यों का सिलसिलेवार विवरण दिया गया है।
हत्या की कहानी: प्रेमी संग मिलकर पत्नी ने रची साजिश
यह मामला 3 मार्च 2025 की रात का है, जब इंदिरा नगर निवासी सौरभ की उसकी पत्नी मुस्कान ने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। सौरभ को पहले नींद की गोलियां दी गईं, फिर उसके सीने में चाकू मारा गया।
हत्या के बाद उसका सिर और दोनों हाथ काट दिए गए, और लाश को नीले प्लास्टिक ड्रम में सीमेंट डालकर छिपा दिया गया। घटना के बाद दोनों आरोपी हिमाचल भाग गए थे और 17 मार्च को मेरठ लौटे।
ड्रम से लाश बरामद, 18 मार्च को खुला मामला
18 मार्च को पुलिस को सूचना मिली कि घर के पीछे से संदिग्ध बदबू आ रही है। तलाशी में ड्रम से सौरभ की लाश बरामद हुई। उसी दिन मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार किया गया और 19 मार्च को उन्हें जेल भेज दिया गया।
सबूतों और गवाहों से भरपूर चार्जशीट
जांच अधिकारी इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी ने 54 दिन में चार्जशीट तैयार की, जिसमें:
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36 गवाह, जिनमें सौरभ का भाई राहुल और कैब ड्राइवर अजबसिंह मुख्य गवाह हैं।
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हत्या में इस्तेमाल चाकू, ड्रम, खून के धब्बे, फिंगरप्रिंट, चैटिंग और फर्जी ID को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
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स्नैपचैट चैटिंग और फर्जी प्रोफाइल मामले में तकनीकी साक्ष्य बने हैं।
वरिष्ठ वकीलों की राय: “दोषियों को सजा तय”
वरिष्ठ अधिवक्ताओं अनिल बख्शी और विनोद काजीपुर ने कहा,
“यह मामला ‘रेयरेस्ट ऑफ द रेयर’ की श्रेणी में आता है। अभियोजन पक्ष अगर मजबूती से केस रखे, तो दोषियों को कड़ी सजा निश्चित है।”
एसएसपी का बयान
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने कहा:
“सौरभ की हत्या पूरी योजना के तहत मुस्कान और साहिल ने मिलकर की। हमारे पास सारे पुख्ता सबूत हैं और ट्रायल जल्द शुरू कराने की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है।”