छत्तीसगढ़ में आखिरकार गर्मी से राहत मिली है। 22 मई को राज्यभर में प्री-मानसून की दस्तक हुई, जिससे मौसम अचानक बदल गया। कई जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई, जिनमें बीजापुर सबसे आगे रहा—पिछले 24 घंटे में वहां 50 मिमी बारिश हुई, जिससे वातावरण सुहाना हो गया।
बिजली और आंधी का खतरा, अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने प्रदेश के उत्तरी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और अन्य इलाकों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। रायपुर और दुर्ग जैसे मैदानी क्षेत्रों में तेज गर्जना और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है, वहीं बिलासपुर और सरगुजा संभागों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है। यह सिस्टम 25 मई तक सक्रिय रहेगा।
मौसम में बदलाव के पीछे कारण
राज्य के ऊपर दो प्रमुख मौसमी सिस्टम सक्रिय हैं। एक ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश और झारखंड से होकर गुजर रही है, जिसका असर उत्तरी छत्तीसगढ़ में दिख रहा है। दूसरी ओर, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी दक्षिणी जिलों में भारी वर्षा ला रही है।
इन जिलों में ज्यादा असर
राज्य के लगभग 26 जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कांकेर और बस्तर जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। साथ ही रायगढ़, कोरबा, महासमुंद और बलरामपुर जैसे जिलों में भी बारिश के आसार हैं।
सावधानी ज़रूरी
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि बिजली गिरने के दौरान पक्के मकान में रहें, पेड़ों के नीचे न जाएं और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग टालें। प्रशासन ने लोगों से मौसम संबंधी चेतावनियों को गंभीरता से लेने और सुरक्षित रहने की अपील की है।