एयर इंडिया ड्रीमलाइनर की कम से कम 13 उड़ानें मंगलवार को तकनीकी या परिचालन संबंधी समस्याओं के कारण रोक दी गईं. नियामक जांच और कुछ सेक्टरों में हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण एयरलाइन की उड़ानें बाधित रहीं. इनमें अहमदाबाद-लंदन मार्ग की एक उड़ान भी शामिल है.
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कहा कि दुर्घटना में शामिल विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की 66 उड़ानें 12 जून से एयरलाइन द्वारा रद्द की गई हैं, जिसमें एयरलाइन के व्यापक वाइडबॉडी बेड़े से जुड़ी 83 उड़ानें रद्द की गई हैं. 12 जून को एयरलाइन ने 90 वाइड-बॉडी उड़ानें संचालित कीं, जिनमें से 50 787 थीं. इनमें से छह को रद्द कर दिया गया, जिसमें पांच ड्रीमलाइनर शामिल थे.
औसतन प्रतिदिन लगभग चार उड़ानें रद्द
संसद में दिए आंकड़ों के अनुसार सितंबर तक के आंकड़ों के आधार पर, 2024 में तकनीकी या परिचालन कारणों से एयर इंडिया ने औसतन प्रतिदिन लगभग चार उड़ानें रद्द कीं. नियामक ने मंगलवार को एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की और कहा कि एयरलाइंस वर्तमान में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्रों में प्रतिदिन 1,000 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही हैं.
विमानन नियामक ने एयरलाइन को गुरुवार की दुर्घटना के बाद ड्रीमलाइनर के अपने बेड़े की सुरक्षा जांच बढ़ाने को कहा है, जबकि भारतीय अमेरिकी और ब्रिटिश जांचकर्ताओं के साथ-साथ बोइंग और इंजन निर्माता जीई की टीमें दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए अहमदाबाद में हैं.
अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट कैंसल
मंगलवार को रद्द की गई उड़ानों में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-159, ड्रीमलाइनर भी शामिल थी, जिसे पहले अहमदाबाद से दोपहर 1.10 बजे रवाना होना था. एयरलाइन ने कहा कि दोपहर 3 बजे के लिए निर्धारित देरी से प्रस्थान को विमान की अनुपलब्धता के कारण रद्द कर दिया गया. जिस जेट को इस मार्ग पर उड़ान भरनी थी, वह लंदन से देरी से पहुंचा था. प्रवक्ता ने कहा कि हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों और अतिरिक्त एहतियाती जांच के कारण विमान के वापसी में देरी हुई.
AI-159, एयर इंडिया की उड़ान संख्या 171 के लिए नया नाम है. यह वही उड़ान थी बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर जो गुरुवार को अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. जिसमें 242 यात्रियों और चालक दल में से 241 की मौत हो गई.