किसान यहाँ से अनुदान पर ले सकते हैं सरसों की इन उन्नत किस्मों के बीज

किसान यहाँ से अनुदान पर ले सकते हैं सरसों की इन उन्नत किस्मों के बीज

रबी फसलों की बुआई का समय नजदीक आ रहा है, ऐसे में किसान विभिन्न फसलों के नए उन्नत एवं प्रमाणित बीज की व्यवस्था करने में लगे हुए हैं। जिसको देखते हुए विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों के द्वारा भी किसानों को नई उन्नत क़िस्मों के बीज उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इस कड़ी में सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर भरतपुर (ICARDRMR) द्वारा संस्थान द्वारा विकसित किए गए सरसों की उन्नत किस्मों के बीज उचित दामों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

दरअसल सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर भरतपुर में 13 सितम्बर से 28 सितम्बर 2024 तक बीज पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें किसानों को अनुदान पर उन्नत किस्म के बीज “पहले आओ पहले पाओ” के आधार पर दिए जा रहे हैं, इच्छुक किसान जो इन किस्मों के बीजों को लेना चाहते हैं वे किसान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर से बीज प्राप्त कर सकते हैं। किसान बीज प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड अपने साथ ले जायें। किसान अधिक जानकारी के लिए सुबह 10 से शाम 5 बजे तक मोबाइल नंबर 7597004107 पर संपर्क कर सकते हैं।

सरसों की इन उन्नत किस्मों के बीज ले सकते हैं किसान

गिरिराज DRMRIJ-31

सरसों की यह किस्म 2013-14 में अधिसूचित की गई थी। यह किस्म दिल्ली, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों के लिए अनुशंसित की गई है। सरसों की इस किस्म की उत्पादन क्षमता 2225-2750 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है। वहीं इसमें तेल की मात्रा 39 से 42.6 प्रतिशत तक होती है।

DRMR 150-35

सरसों की यह किस्म 2020 में अधिसूचित की गई थी। यह किस्म बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, छत्तीसगढ़ और मणिपुर के लिए अनुशंसित की गई है। सरसों की इस किस्म की उत्पादन क्षमता 1828 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है। वहीं इसमें तेल की मात्रा 39.8 प्रतिशत तक होती है।

DRMR 1165-40

सरसों की यह किस्म 2020 में अधिसूचित की गई थी। यह किस्म राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर के लिए अनुशंसित की गई है। सरसों की इस किस्म की उत्पादन क्षमता 2200-2600 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है। वहीं इसमें तेल की मात्रा 40-42.5 प्रतिशत तक होती है।

NRCHB 101

सरसों की यह किस्म 2008-09 में अधिसूचित की गई थी। यह किस्म मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, छत्तीसगढ़ और मणिपुर के लिए अनुशंसित की गई है। सरसों की इस किस्म की उत्पादन क्षमता 1382-1491 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है। वहीं इसमें तेल की मात्रा 34-42.1 प्रतिशत तक होती है।

राधिका DRMR 2017-15

सरसों की यह किस्म 2021 में अधिसूचित की गई थी। यह किस्म दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर और राजस्थान के कुछ हिस्सों के लिए अनुशंसित की गई है। सरसों की इस किस्म की उत्पादन क्षमता 1788 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है। वहीं इसमें तेल की मात्रा 40.7 प्रतिशत तक होती है।

बृजराज DRMRIC 16-38

सरसों की यह किस्म 2021 में अधिसूचित की गई थी। यह किस्म दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर और राजस्थान के कुछ हिस्सों के लिए अनुशंसित की गई है। सरसों की इस किस्म की उत्पादन क्षमता 1681 से 1801 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है। वहीं इसमें तेल की मात्रा 37.6 से 40.9 प्रतिशत तक होती है।

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