Categories
कविता

जाड़ हा जावत हे

बिहनिया बिहनिया थोर कुन जडावत हे
चिरई चिरगुन पंख फडफडावत हे
सुरूज अपन कहर दिखावत हे
लागत हे जाड हा जावत हे
भइया थोरकुन मुचमुचावत हे
भउजी घलो लजावत हे
अमरइया मा मउर घलो ममहावत हे
लागत हे जाड हा जावत हे
डोकरा डोकरी ला गुर्ररावत हे
भइसी बइठे पगुरावत हे
राउत ला भइसी लतियावत हे
लागत हे जाड हा जावत हे
कोटवार हांका लगावत हे
जम्मो ला आंट मा बलावत हे
साल स्वेटर ला झन पहिरिहा संगी
लागत हे जाड हा जावत हे

कोमल यादव
मदनपुर खरसिया
[responsivevoice_button voice=”Hindi Female” buttontext=”ये रचना ला सुनव”]