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संपादकीय: टमड़ ले पहिली अपनेच कान

ST1111पाछू पंद्रही ले छत्तीसगढ़ म अफवाह फइले हवय के गांव गांव म लईका चोर मन के दल के दल आये हें। ये अफवाह व्हाट्स एप के सहारा ले जादा फइलिस। नवा नवा मनखे मन टचस्क्रीन मोबाईल लीन अउ वोमा इंटरनेट पेक भरवईन, तहां ले वोमा व्हाट्स एप चलईन, अइसे लागे लगथे के जमा बिस्व के गियान अउ सूचना हमर हाथ म आ गे। कोन सूचना सहीं ये अउ कोन सूचना गलत आए तेखर निरवार करे के पहिली लोगन म ये होड़ सुरू हो जथे के ये सूचना ल जल्दी ले जल्दी मैं ह लोगन तक पहुंचावव। इही ह बात ल बिगाड़थे, अपन आप ल जादा गियानी अउ सुजानुक जताए के फेर म लईका चोर उतरे के खबर ल लोगन पहिली एक दूसर ल भेजिन। धीरे धीरे ये खबर चारो मुड़ा बगर गए।

सरकार अउ पुलिस के दावा हे के अभी तक एको लइका चोरी होए के जानकारी नइ हे, भलुक लईका चोर के ये अफवाह के कारन लोगन निरदोस मनखे ल धर—धर के मारत हें। एक मुह ले दूसर मुह, तिल के ताड़ होवत ये अफवाह अतका बाढ़ गए हे के अब पुलिस ल पम्पलेट बांटे ल परत हे अउ गांव—गांव जा के लोगन ल समझाए ल परत हे कि ये अफवाह ल झन मानव। फेर कुछ अबूझ मनखे मन अभी तक ले ये नहीं त ओ अफवाह उड़ाए के अपन टेस व्हाट्स एप म मारत दिखत हें। अभी दू दिन पहिली रइपुर के एक बड़का अउ भरोसा के पतरिका के व्हाट्स एप गुरूप म एक उजबक मनखे उड़ीसा म बनत बांध म 1000 पूजवन देहे बर छत्तीसगढ़ म मनखे धरईया आए हे कहि के अफवाह फईलाये के सुरूवात करे गइस। हमर संगी मन तुरते एखर बिरोध करिन अउ ये अफवाह ल उही जघा खतम करिन।

आज के नवा जुग म यहा तरा के अंघ बिसवास ल हवा देके समाज म डर फइलाये के काम कोन करत हे ये समझ म नइ आवत हे। ये काम छत्तीसगढ़ के अनदेखना मन के आए, उमन नइ चाहें के हमन सुखी रहन। उमन जानथें के हमन सिधवा आन, भोला आन, जल्दी काखरो कहना म आ जाथन। त संगी हो आप जमो अपन अपन दायित्व ल समझव, अफवाह फइला के हमर अहित करईया ल आवव बता दन के हम सिधवा भले हन फेर मूरूख नइ हन। हम काखरो कंउवा कान ल लेगे कहे म कंउवा के पाछू नइ दंउडन, हम पहिली अपन कान ल टमड़थन।

सुनके कंउवा लेगे कान,
कंउवा के पाछू भाग झन सियान
दुसर के भभइय म झन आ,
टमड़ ले पहिली अपनेच कान.

जय छत्तीसगढ़, जय छत्तीसगढ़ी!
संजीव तिवारी
संपादक: गुरतुर गोठ डॉट कॉम

3 replies on “संपादकीय: टमड़ ले पहिली अपनेच कान”

सिरतोन बात काहत हवव् संजीव भइया……छत्तीसगढ़िया आदमी सीधवा भलकुन हे फेर मूरख नई हे……नवा2 पढ़े लिखे टेक्नोलॉजी ल बउरिया मन ल ये बात ल समझना चाही ….ज्ञान अउ बिज्ञान ल मनखे के भलई बर इस्तेमाल करना चाही न कि डेरवाय बर……

Sahi bat ye
ye ghatna h
Ek hath khira ke sava hath bija ke hige

Jai johar

अफवाह ल रोके के परयास करना चाही अऊ लोगन मन ल जागरुक करे के जरुरत हे |
जय जोहार

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