राजस्थान 21 सितंबर 2024 राजस्थान में एसडीएम प्रियंका बिश्नोई की अस्पताल की कथित लापरवाही के रहते हुई मौत के बाद दुख और गुस्सा एक साथ दिखाई दे रहा है। बुधवार देर रात अहमदाबाद में इलाज के दौरान प्रियंका बिश्नोई ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनके परिजनों ने आरोप लगाया है कि जोधपुर में उनकी सर्जरी के दौरान गड़बड़ी हुई थी। 33 साल की प्रियंका बिश्नोई 2016 बैच की अधिकारी थीं और बीकानेर की रहने वाली थीं।
दो सप्ताह पहले जोधपुर के एक निजी अस्पताल में उनका ऑपरेशन हुआ था, जिसके बाद से ही उनकी हालत काफी बिगड़ती चली गई थी। परिवार का कहना है कि उनके इलाज के दौरान काफी लापरवाही और गड़बड़ हुई थी।
जोधपुर के जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने इसके बाद जोधपुर के संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) की प्रिंसिपल भारती सारस्वत के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम द्वारा जांच के आदेश दिए हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने जताया दुख
प्रियंका बिश्नोई जोधपुर में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनात थीं। इस महीने की शुरुआत में उनका तबादला जोधपुर उत्तर नगर निगम में डिप्टी कमिश्नर के पद पर हुआ था, लेकिन उन्होंने अभी तक कार्यभार नहीं संभाला था। उनके निधन पर दुख जताते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि ‘राजस्थान प्रशासनिक सेवा की अधिकारी प्रियंका बिश्नोई जी का निधन अत्यंत दुखद है। मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’ राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भी उनके निधन पर दुख जताया है।
परिवार ने निष्पक्ष जांच नहीं होने के लगाए आरोप
एनडीटीवी राजस्थान की खबर के मुताबिक जिला कलेक्टर की ओर से बनाई गई जांच कमेटी पर प्रियंका बिश्नोई के परिवार ने सवाल उठाए हैं। परिवार का कहना है कि एक पक्ष की जांच की गई है जबकि पीड़ित पक्ष की तरफ से किसी से भी बात नहीं की गई है। इस दौरान बिश्नोई समाज के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने भी इस मामले पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है।