नितिन नामदेव, रायपुर। कवर्धा जिले के लोहारीडीह गांव के किसान प्रशांत साहू की कस्टडी में मौत के मामले को लेकर प्रदेशभर के किसान और साहू समाज के लोग रायपुर में एकत्र हुए. इस दौरान बड़ी संख्या में किसान और समाज के सदस्य जयस्तंभ चौक पहुंचे और शहीद वीर नारायण सिंह की मूर्ति के नीचे प्रशांत साहू को श्रद्धांजलि अर्पित की. घटना के विरोध में किसानों ने आजाद चौक से जयस्तंभ चौक तक पैदल मार्च किया. प्रदर्शनकारियों ने प्रशांत साहू की मौत की न्यायिक जांच, पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
किसान नेता अशोक कश्यप ने कहा कि कवर्धा जिले के लोहारीडीह गांव के किसान पुत्र प्रशांत साहू की जेल में पुलिस पिटाई में निर्मम हत्या हुई हैं. इसलिए उनको न्याय दिलाने के लिए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से उसकी जांच करने की मांग को लेकर के प्रशांत साहू परिवार के परिवार को सरकारी नौकरी के साथ एक करोड़ मुआवजा देने, प्रथम दृष्टि दोषी वही होता है जो वहां की व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार पुलिस अधीक्षक हैं. जेल में जो हत्या हुई है उसके जिम्मेदार जेलर हैं. इस मामले में हमने मुख्यमंत्री से मुलाकात की है. मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. घटना को लेकर आज हम जन जागरण रैली निकालकर प्रशांत साहू को श्रद्धांजलि अर्पित की है.
छत्तीसगढ़ बंद को लेकर किसानों ने कहा कि समाज में राजनीति को लेकर कोई भी कार्रवाई नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, हमारी यही मांग है हम किसान लोग अनाथ नहीं हैं. आज के समय में जो रक्षक हैं वो भक्षक रूप में काम कर रहे हैं. इसको लेकर बलौदाबाजार में भी अग्निकांड हुआ. बागबाहरा में एक किसान की फांसी लगाकर मौत हो गई. प्रशांत साहू को न्याय मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम लोग छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले जनहित के लिए लड़ाई लड़ते हैं.
पुतला दहन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झूमाझटकी
कवर्धा कांड को लेकर बड़ी संख्या में आक्रोशित साहू समाज ने टिकरापारा स्थित साहू कॉम्प्लेक्स के सामने गृहमंत्री का पुतला दहन कर किया प्रदर्शन. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झूमाझटकी हुई. प्रदर्शन के दौरान साहू समाज ने गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की.