- मोर गॉंव कहॉं सोरियावत हे : चाल चरित म कढ़े रहंय
- आथे गोरसी के सुरता
- मतलाहा पानी
- बतावव कइसे ?
- पंच-पंच कस होना चाही
- अड़हा रईतिस तेने बने ददा
- चुनई के बेरा
- ये जमाना बिगड़ गे
- मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ह दिव्य छत्तीसगढ़ के विशेष अंक के करिस विमोचन
- अहिमन कैना : छत्तीसगढी लोक गाथा
- धूंका-ढुलबांदर: रवीन्द्र कंचन
- लेखक परिचय : सुरेश सर्वेद
- छत्तीसगढ़ के अनन्या हर राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता म पाइस पहिली स्थान
- नरेन्द्र वर्मा के हाईकू
- कहिनी : बाढ़ै पूत पिता के धरम
- कालजयी छत्तीसगढ़ी गीत : ‘अंगना में भारत माता के सोन के बिहनिया ले, चिरईया बोले’ के गायक प्रीतम साहू
- प्रादेशिक सेना के पैदल वाहिनी (बिहार) के भर्ती रैली 20 फरवरी ले नवा रायपुर म
- व्यंग्य : कलम
- सांस म जीव लेवा धुंगिया
- भोले बाबा : सार छंद
- महेश पांडेय “मलंग” के छत्तीसगढ़ी कविता
- छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के पांचवा सम्मेलन के पहिली दिन
- कइसे उदुप ले डोकरा होगे
- नई उतरिस बिच्छी के झार पटवारी साहेब ला परगे मार
- चिल्हर के रोना
- बियंग : लहू
- उस्ताद अमजद अली खां, श्रीमती तीजन बाई, शेखर सेन अउ भारती बन्धु ल मानद डी.लिट् के उपाधी
- खेती किसानी
- दाई के होगे हलाकानी
- हाय रे मोर मंगरोहन कहिनी – डॉ. सत्यभामा आड़िल
- छत्तीसगढ़ी गज़ल
- नरहराधाम छोटे जलप्रपात
- खुमान साव के संगीत म छत्तीसगढ़ी गीत
- अपन हाथ अउ जगन्नाथ
- सुरता सुशील यदु
- दिया बन के बर जतेंव
- किसानी के गीत
- दान-पुन के महापरब-छेरछेरा
- भोलापुर के कहानी : कहानी संग्रह
- मोर पहिली हवाई यात्रा
- छत्तिसगढि़हा कबि कलाकार
- पुतरी पुतरा के बिहाव
- मतदान : चौपई छंद (जयकारी छंद)
- छत्तीसगढ़ की संस्कृति पर गांधीवाद का प्रभाव
- घानी मुंदी (बाल गीत संग्रह) – निशीथ कुमार पाण्डेय
- मया-दुलार:राखी तिहार
- कविता : हुसियारी चाही रे
- डॉ. सी. व्ही. रमन विश्वविद्यालय के कैलेंडर के विमोचन
- छत्तिसगढ़ के गंगा : हरि ठाकुर के गीत
- रफी के छत्तीसगढ़ी गीत
- स्वच्छ भारत के मुनादी
- दू आखर …..
- पानी बिना जग अंधियार
- चरगोड़िया : रघुबीर अग्रवाल ‘पथिक’
- बेंदरा बिनास
- लईका मन कर सरगुजिहा समूह गीत: पेटू बघवा
- रायपुर : प्रादेशिक सेना के पैदल वाहिनी (153 इन्फैट्री बटालियन) के भर्ती रैली 08 ले 14 फरवरी तक
- मैं जनम के बासी खावत हौं
- पुरुस्कार – जयशंकर प्रसाद
- नाग पंचमी के महत्तम
- अहो मन भजो गणपति महराज
- रंग डोरी होली
- फेसबुक म दोस्ती, बिहाव फेर गहना-गुरिया धरके भाग गए बिहाता
- जड़कला मा करव योग रहव निरोग
- उठ जा बाबु आंखी खोल
- कलाकार के कला के नई रहिगे हे मोल
- सियान मन के सीख : चोला माटी के हे राम
- बेटी मन उपर गीत
- संत कोटि के अलमस्त कवि बद्रीबिशाल परमानंद
- जनउला (प्रहेलिकायें)
- चुनाव आयोग म भगवान
- भोजली गीत
- छत्तीसगढ़ म होही ‘पंजाबी अकादमी‘ के स्थापना : डॉ. रमन सिंह
- दाई
- प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर ह करिस रमन ऐप के लोकार्पण
- सरगुजिहा गीत
- किसान मन के अन्नदान परब छेरछेरा पुन्नी
- गाय निकलगे मोर घर ले
- गोल्लर ल गरुवा सम्मान
- सरगुजिहा बोली कर गोठ
- छत्तीसगढ़ी गज़ल – हमरे गाल अउ हमरे चटकन
- कहिनी : दोखही
- गॉंव कहॉं सोरियावत हे : घंघरा -घुघरू, घुम्मिर-घांटी
- शिवशंकर के सावन सम्मार
- धरती ले पहली पईत दूरबीन ले दिखही अकास के खरहेरा
- कोठार देवता के पूजा
- सरग हे जेकर एड़ी के धोवन
- महिला बाल विकास परियोजना कोसीर क्षेत्र म 21 नावा ऑंगनबाड़ी केन्द्र खुलही
- लक्ष्मण कुम्हार : कोमल यादव के कविता
- सपना के गांव
- मया बर हर दिन ‘वेलेन्टाइन डे’ होथे
- दसवा गिरहा दमांद
- कहाँ गँवागे मोर माई कोठी
- बिमोचन – पुरखा के चिन्हारी
- हतास जिनगानी : नान्हे कहिनी
- भारत के बाग
- छत्तीसगढ़िया जागव जी
- सोनचिरई
- पुस्तक समीक्छा : धनबहार के छांव म
- सुरता चंदैनी गोंदा के