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गज़ल

गज़ल : किस्सा सुनाँव कइसे ?

ये पिरीत के किस्सा सुनाँव कइसे ?
घाव बदन भर के ला लुकाँव कइसे ?

देंवता कस जानेंव ओकर मया ला मँय हर ,
अब श्रद्धा म माथ ला झुकाँव कइसे ?

पाँव धँसगे भुइँया म देखते देखत ,
बिन सहारा ऊपर ओला उचाँव कइसे ?

पानी म धोवाय छुँही रंग सहिन दिखथे,
हो तो गेंव उघरा अब लजाँव कइसे ?

ये जमाना ताना अबड़े मारत हे ‘ललित’
बताय कोनो जिनगी ला बचाँव कइसे ?

ललित नागेश
बहेराभाँठा (छुरा)
४९३९९६

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