- इहां… मना हावय
- सरग असन मोर गांव
- भक्ति करय भगत के जेन
- मन मोर गावे दीदी तपत कुरु तपत कुरु
- सावन बइरी (सार छंद)
- आमा के चटनी
- हमर बोली-भासा
- स्मृति शेष डॉ.विमल कुमार पाठक के श्रद्धांजली सभा, रामनगर मुक्तिधाम, सुपेला भिलाई के वीडियो
- कमरछठ कहानी – सातो बहिनी के दिन
- छत्तीसगढ़ी बोले बर लाज काबर
- देस बर जीबो,देस बर मरबो
- नान्हे कहिनी : नोनी
- छत्तीसगढ़ी ग़ज़ल
- छत्तीसगढ़ के चिन्हारी आय- सुवा नृत्य
- निषाद राज के दोहा
- दाई
- झांझ – झोला
- कमरछठ कहानी (2) – सातो बहिनी के दिन
- मेरी क्रिसमस
- छन्द के छ : अमृत ध्वनि छन्द
- मैं माटी अंव छत्तीसगढ़ के
- कविता-समाज ल आघू बढ़ाबोन
- महाकवि कपिलनाथ कश्यप के ‘रामकथा’ के कुछ अंस
- वृत्तांत-9 मोला तो बस, येकरेच अगोरा हे
- छत्तीसगढ़ी गज़ल
- भले मनखे ले जग म सुख-सांति जरूर आही
- भगवान मोला गरीब बना दे
- अरुण निगम के छत्तीसगढी गीत : मन झुमै ,नाचे ,गावै रात-दिन
- अइसन दिन आये हे
- दौना (कहिनी) : मंगत रविन्द्र
- चँदेनी के माँग में फागुन: पुरुषोत्तम अनासक्त
- घठौंदा के पथरा
- दानलीला कवितांश
- मया के अंजोर
- गॉंव कहॉं सोरियावत हे : गठरी सब छरियावत हें
- गांव ल झन भुलाबे अउ किसान
- छत्तिसगढ़ महतारी के बन्दना : दानेश्वर शर्मा के गीत
- कामकाजी छत्तीसगढ़ी मोर बिचार
- पुरखा के थाथी
- कमरछठ कहानी – सोनबरसा बेटा
- नान्हे कहिनी : डेहरी के दिया
- दान-पुन के महापरब-छेरछेरा
- अ – छत्तीसगढ़ी हिन्दी शब्दकोश
- जुन्ना सोच लहुटगे हमर रंग बहुरगे
- प्रधानमंत्री उज्जवला योजना म 3.18 लाख महिला मन ल मिलिस रसोई गैस कनेक्शन
- 14 वां वार्षिक साहित्य सम्मेलन 2010
- परीक्षा
- होली गीत
- नैन तै मिला ले
- नंदावत हे अंगेठा
- छत्तीसगढ़ी हायकू
- छत्तीसगढ़ म जनचेतना के उन्नायक संत गुरु घासीदास
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- भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक मन देश के नाम रौशन करिन : डॉ. रमन सिंह
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- नंदागे
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- हांसत हे सोनहा धान के बाली ह
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- तोरे अगोरा हे लछमी दाई
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- मेकराजाला म चार बरिस के गुरतुर गोठ : दू आखर
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