- सावन झूला
- फिलिम समीच्छा : गुँरावट छत्तीसगढ़ीया मन के हिरदे म खुसरही
- कबिता : नोनी
- भोरहा में झन रईहूँ
- चरगोड़िया – छत्तीसगढी़ मुक्तक
- तिंवरा भाजी
- व्यंग्य : बवइन के परसादे
- चल जाबो राजिम कुम्भ – कहिनी
- प्यारे लाल देशमुख के कबिता संग्रह ले दू ठन कबिता
- एकलव्य
- काम काजी छत्तीसगढ़ी, स्वरूप, अउ संभावना
- साहित्य म भ्रस्टाचार
- भाव प्रवण सरस कृति : मनुख मोल के रखवारी
- मुख्यमंत्री ह क्रिकेट खेल के करिस मिनी स्टेडियम के लोकार्पण
- काबर सूना हावय कलाई
- मोर इस्कूल के गनेस
- ग़ज़ल : सुकवि बुधराम यादव
- का पुरवाही में अईसने जहर घुरे हे
- अवइया चुनाव के नावा घोसना पत्र
- रामेश्वर वैष्णव के कबिता आडियो
- रितु बरनन
- आमा के अथान – चौपई छन्द (जयकारी छंद )
- सुरता : प्रेमचंद अउ गांव
- नरेन्द्र वर्मा के हाईकू
- बम-निकलगे दम
- मितान के मया देखे बर उमड़िस भीड़
- बोधन राम निषाद राज के ददरिया
- बारहमासी तिहार
- कहानी : सेमी कस बँटागे मनखे
- भुइंया के भगवान बर एक अऊ भागीरथ चाही
- बरसा ह आवत हे!
- फील्ड सॉंग्स ऑफ छत्त्तीसगढ़
- मोर भाखा अङबङ गुरतुर हे
- पंचायत मंत्री अजय चन्द्राकर ह ‘कार्टूनों में अटल जी’ पुस्तक के करिस विमोचन
- ननपन के सुरता : बाल भारती
- मऊंहा झरे झंउहा-झंउहा – पुस्तक समीक्छा
- श्रीयुत् लाला जगदलपुरी जी के छत्तीसगढ़ी गजल – का कहिबे?
- प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर ह करिस रमन ऐप के लोकार्पण
- बेंदरा बिनास
- बुधारू के जीवन
- गोठ बात : पानी बचावव तिहार मनावव
- कबिता : घाम जनावत हे
- गांव गंवई के चुनई
- बेनी मा फूल गूंथे के दिन
- पुस्तक समीक्षा : अव्यवस्था के खिलाफ आक्रोश की अभिव्यक्ति ‘‘झुठल्ला‘‘
- आसो के जाड़
- दिनेश चौहान के छत्तीसगढ़ी आलेख- सेना, युद्ध अउ सान्ति
- मेदिनी प्रसाद पाण्डेय के गीत
- मिट्ठू मदरसा : रविन्द्रनाथ टैगोर के कहिनी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद
- गीत: सुरता के सावन
- दामाखेड़ा धरम धाम के मेला
- जय जय हो धरती मइया
- देख कइसे फागुन बउरात आत हे
- गरीबा महाकाव्य (दसवां पांत : राहेर पांत)
- आकाशवाणी ले ’रमन के गोठ’ के प्रसारण
- एक दीया अउ जलावव
- घाम जनावत हे
- हम जम्मो हरामजादा आन… (डॉ.मुकेश कुमार के हिन्दी कविता के अनुवाद)
- चलो रे चलो संगी पेड़ लगाबो रे
- किरीट सवैया : कपूत नहीं सपूत बनो
- गांव होवय के देश सबो के आय
- रमिया केतकी के कथा – सत्यभामा आड़िल
- बेंगवा के टरर-टरर
- दूसर हो जाथे
- छत्तीसगढ़ म ठेकेदार ह केबल ल काट के ठप कर दीस जियो 4जी के सर्विस
- दुर्ग : ग्राम पंचायत मन म ’’साथिन‘‘ पद बर आवेदन 15 फरवरी तक
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था म सहकारिता के महत्वपूर्ण योगदान : डॉ. रमन सिंह
- बिहाव म खवाव बोरे बासी
- छन्द के छ : यहू ला गुनव ….
- कहिनी : सिरा गे पईसा
- छत्तीसगढ़ी गज़ल – जंगल ही जीवन है
- कीरा – मकोरा
- एम्स, रायपुर में केशियर, असिस्टेंट इंजीनियर और अन्य वेकेंसी अंमित तिथि 27 मार्च
- कविता – सुकवा कहे चंदा ले
- गरीबा महाकाव्य (सतवया पांत : चनवारी पांत)
- परिचय : कथाकार – कुबेर
- कहिनी – जिनगी के खातिर
- प्रकृति के नवा सिंगार अउ नवा बछर
- मरहा राम के संघर्ष
- माटी के पीरा
- छंद : मदिरा सवैया
- नौ हाथ लुगरा पहिरे तभो ले देंहे उघरा
- बसंत म बिरह – छत्तीसगढी कविता आडियो
- सरगुजिहा गीत- रूख ला लगाए डारबो
- गांव ल झन भुलाबे अउ किसान
- छन्द के छ : रोला छन्द
- कामकाजी छत्तीसगढ़ी मोर बिचार
- वृक्षारोपण के गोठ
- उर्दू शेर के अनुवाद
- नवा तिहार के खोज
- खुमरी : सरसी छंद
- सासाबेगी
- पितर पाख मा साहित्यिक पुरखा के सुरता : शुकलाल प्रसाद पांडेय
- नाचा के सियान : भुलवाराम यादव
- प्रेम रंग
- पर्यटन मंडल के गिलौली ले मोटल म बढि़स घुमईया मन के भीड़
- सीला बरहिन नान्हें कहिनी – सत्यभामा आड़िल
- खेती म हावय सब सुख – कहिनी
- छत्तीसगढ़ के ब्लॉगर अशोक बजाज भाई ला कोरी कोरी बधई
- मेकराजाला म बाढ़य हमर भाखा के साहित्य : राजभाषा आयोग देवय पंदोली