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- नंदावत हे लोककला, चेत करइया नई हे…
- टेकहाराजा : छत्तीसगढ़ी लोक नाट्य के नवा अंजोर
- देवी देवता के पूजा इस्थान म होथे मड़ाई
- राजिम महाकुंभ 2017 : काली ले सुरू
- जशपुरनगर : केन्द्रीय विद्यालय जशपुर मं प्रवेश बर पंजीयन 8 फरवरी ले
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- धमतरी : नगरी के 29 आंगनबाड़ी केन्द्र मन म कार्यकर्ता-सहायिका के नियुक्ति बर आवेदन आमंत्रित
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- गांव शहर ले नंदा गे हे पतरी भात, मांदी
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- मया करे ले होही भाषा के विकास : अनुपम सिंह के जयप्रकाश मानस संग गोठ बात
- सुकलाल प्रसाद पाण्डेय के छत्तीसगढ़ी वर्णमाला गीत
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- अतेक झन तरसा रे बदरा।
- रमिया केतकी के कथा – सत्यभामा आड़िल
- नान्हे कहिनी : सिसटाचार
- हमर पूंजी व्यवस्था में चीनी सेंधमार
- नान्हे कहिनी – फुग्गा
- श्री केयूर भूषण ह पुस्तक भेंट करके दीस मुख्यमंत्री ल जनम दिन के बधाई
- कमरछठ कहानी – दुखिया के दुःख
- छंद – अजब-गजब
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- जस गीत – काली खप्परवाली
- श्रीयुत् लाला जगदलपुरी जी के छत्तीसगढ़ी गजल – मया धन
- नवा अंजोर कहिनी
- कहिनी : बेर्रा टूरा बेर्रा टूरा
- पितर पाख मा साहित्यिक पुरखा के सुरता : पद्मश्री मुकुटधर पाण्डेय
- असल जिनगी म तको ‘नायक’ हाबे मनु फिल्म मेकर
- हमर घरे मा हावय दवई
- पितर पाख मा साहित्यिक पुरखा के सुरता : नरसिंह दास
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- गम्मतिहा : मदन निषाद
- अनुवाद : रेड चीफ के फिरौती (The Ransom Of Red Chief)
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- सर्वश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार बर आवेदन 25 फरवरी तक
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- कहानी : फूल के जघा पउधा भेंट करव
- गांधीजी के बानी दैनिन्दिन सोंच बिचार
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- गुड़ी के गोठ – संस्कृति बिन अधूरा हे भाखा के रद्दा
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- छत्तीसगढ़ी, छत्तीसगढ़ी चिल्लाने वाले भी छत्तीसगढ़ी पढ़ना नहीं चाहते
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- चैत-नवरात म छत्तीसगढ़ी दोहा 3 : अरुण कुमार निगम
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