- व्यंग्य : पहिचान
- सोनहा सावन सम्मारी
- बरी-बिजौरी मा लुकाय बिग्यान
- छंद – अजब-गजब
- तीजा लेहे बर आहूं
- मुख्यमंत्री ह क्रिकेट खेल के करिस मिनी स्टेडियम के लोकार्पण
- बस्तर
- आगे सन् अट्ठारा : सार छंद
- पंडित शुकलाल पाण्डेय : छत्तीसगढ़ गौरव
- बसंत ‘नाचीज’ के छत्तीसगढी गजल
- राजनांदगांव म पीएससी प्रारंभिक परीक्षा बर 6 फरवरी ले दे जाही निःशुल्क मार्गदर्शन
- देस बर जीबो,देस बर मरबो
- सनत के छत्तीसगढ़ी गज़ल
- नवा अंजोरी गे काय रे…
- कहिनी : चटकन
- सावन समागे रे
- तलाश अपन मूल के
- निषाद राज के दोहा
- दिव्यांग लइका मन बर हॉफ मैराथन दौड़ के आयोजन
- धानी भुईया मोर छत्तीसगढ़
- कईसन कब झटका लग जही…..
- डेरहा बबा
- कहिनी : हिरावन
- सेन्ट्रल वर्सेस स्टेट
- मंय बंदत हंव दिन रात ओ
- मोर संग चलव रे ..
- बिरहा के आगी
- गज़ल : छत्तीसगढ़ी गज़ल संग्रह “बूड़ मरय नहकौनी दय” ले 4
- सक्ति अऊ भक्ति के संगम नवरात परब
- लाली चूरी
- छत्तीसगढ़ी नाटक : संदेसिया
- छत्तीसगढ़ के बिहाव संस्कार-सर्व सामाजिक दायित्व बोध
- गरब मांगें ले मिट जाथे चलो मांगें बर संगी हो… छेरछेरा के बहुत बढि़या कविता.
- आमा के चटनी
- छत्तीसगढी गोठ बात : जंवरा-भंवरा
- मोर बाई बहुत गोठकहरिन हे!
- दुरिहा दुरिहा के घलो,मनखे मन जुरियाय अउ सार छंद – मकर सक्रांति
- छत्तीसगढी फिलिम अउ लोककला मंच के’दीपक’ शिवकुमार
- छत्तीसगढी शब्द में भ्रम के स्थिति….
- आज के सतवंतिन: मोंगरा
- छत्तीसगढ़ी कहिनी किताब : गुलाब लच्छी
- खिल खिलाके तोर मुस्काई
- टेंशन वाली केंवटिंन दाई 1
- छत्तीसगढ़ी तांका
- दान लीला के अंश : पं. सुन्दरलाल शर्मा
- दिया बन के बर जतेंव
- छत्तीसगढ़ी बाल गीत
- लावणी छंद : श्रद्धा के सुरता माँ मिनी माता
- कमरछठ कहानी : मालगुजार के पुण्य
- संगवारी के पंदोली
- चार बेटा राम के कौडी के ना काम के
- कोनजनि मनखे आवस कि राक्षत रे काटजू
- डोंगरी पहाड़ में
- अकती के तिहार आगे
- धरती म समावय निस्तारी के पानी – गुड़ी के गोठ
- मन के बात
- प्रयोजनमूलक छत्तीसगढ़ी की शब्दावली – सर्वनाम
- मजबूर मैं मजदूर
- भइंसा चोरी के सीबीआई जांच
- सेवा जस गीत
- संबंध मिठास के नांव ताय मड़ई ह
- मोर दाई छत्तीसगढ़
- कमरछठ कहानी – दुखिया के दुःख
- परकिती के परती आत्मियता के तिहार ये हरेली
- कविता-समाज ल आघू बढ़ाबोन
- बसंती
- अब दुरिहा नइ जाए ल परय, पहाड़ी कोरवा मन ल नजदीक के दुकान मन म मिलही पूरा राशन
- कामवाली चमेली के पीरा
- अक्षय तृतीया विशेष : पुतरी पुतरा के बिहाव
- छत्तीसगढ़ी जनउला (पहेली-प्रहेलिकायें)
- चैत-नवरात म छत्तीसगढ़ी दोहा 5 : अरुण कुमार निगम
- भले मनखे ले जग म सुख-सांति जरूर आही
- सावन झूला
- साक्षरता का अकासदिया – पुस्तक समीक्छा
- बादर के कन्डीसन
- फेसबुक म दोस्ती, बिहाव फेर गहना-गुरिया धरके भाग गए बिहाता
- छत्तीसगढ़ी व्यंग्य संग्रह तुंहर जंउहर होवय के होईस विमोचन
- बियंग: रूपिया के पीरा
- बजारवाद के नाला म झन बोहावव
- अड़हा रईतिस तेने बने ददा
- गुदेलना – कहिनी
- Korea District News : रक्तदान महादान – चर्च ऑफ गॉड वर्ल्ड मिशन सोसाइटी ह आयोजित करिस रक्तदान शिविर
- सोनू नेताम के कविता
- तीन कबिता
- छत्तीसगढ़ के दू साहसी लईका मन के राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार खातिर चयन
- दूसरइया बिहाव
- व्यंग्य : नवा सड़क के नवा बात
- ढोंगी बाबा
- देवी देवता के पूजा इस्थान म होथे मड़ाई
- समाज म जऊन सबसे गरीब, सरकार के वो सबसे करीब : डॉ. रमन सिंह
- देवउठनी एकादशी अऊ तुलसी बिहाव
- बेरा के गोठ : सुखी जिनगी जियेबर छत्तीसगढ़िया सिखव बिदुर नीति
- ररुहा सपनाये …….
- सुरता सुशील यदु
- मुख्यमंत्री के शुभकामना संदेस : राज्य म मांघी-पुन्नी ले मेला-मड़ई सरलग शुरू
- लहुटती बसंत म खिलिस गुलमोहर : कहिनी
- नान्हे कहिनी : सात फेरा
- गरजइया कभू बरसय नहीं
- आ, इ, ई, छत्तीसगढ़ी हिन्दी शब्दकोश
- कमरछठ कहानी : देरानी-जेठानी