- सरग असन मोर गांव
- कान्हा के होली ( छत्तीसगढ़ी फाग गीत )
- आल्हा छंद – नवा बछर के स्वागत करलन
- वारे मोर पंडकी मैना संग लक्ष्मण मस्तूरिहा के 9 लोकप्रिय गीत
- छत्तीसगढ़ी के सर्वनाम
- कबिता : कइसे रोकंव बैरी मन ल
- बेटी की हत्या : संस्मरण
- संपादकीय: टमड़ ले पहिली अपनेच कान
- नारी अउ सम्मान
- तॅुंहर जाए ले गिंयॉं
- बसंत ‘नाचीज’ के छत्तीसगढी गजल
- छत्तीसगढ़ी नाटक – मतदान बर सब्बो झन होवव जागरूक
- मेरी क्रिसमस
- जनम भूमि : कहिनी
- दौना (कहिनी) : मंगत रविन्द्र
- कबिता : चोरी ऊपर ले सीना जोरी
- जनउला (प्रहेलिकायें)
- सुरता तोर आथे
- नंदागे
- छत्तीसगढ़ी बोले बर लाज काबर
- मया के मुकुर
- 😜चल संगी चुनाव आगे😜
- व्यंग्य कविता : सफई अभियान
- छत्तीसगढी गोठ बात : जंवरा-भंवरा
- झांझ के गुर्रई संग बासी के सुरता – गुड़ी के गोठ
- कलाकार के कला के नई रहिगे हे मोल
- दोहा गजल (पर्यावरण)
- छत्तीसगढ़ी उपन्यासों में सामाजिक चेतना
- हमर देस राज म शिक्षक के महत्तम
- चॉकलेट के इतिहास
- मोर छत्तीसगढ़ के माटी
- छत्तीसगढ़ महतारी
- बेटी ऊपर भरोसा रखव
- छत्तीसगढ़ के अनन्या हर राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता म पाइस पहिली स्थान
- बेरा के गोठ : सुखी जिनगी जियेबर छत्तीसगढ़िया सिखव बिदुर नीति
- सावन झूला
- रन चंडी बने ओ माता
- बस्ता
- देहे ल घलव सीखव – नीति कथा
- तैंहर छोटे झन जानबे भइया एक ला : केयूर भूषण के गीत
- मइया पांचो रंगा
- करम के डोरी : सियान मन के सीख
- सतवाली सतवंतिन
- फुगडी गीत
- अमित के कुण्डलिया ~ 26 जनवरी
- व्यंग्य : नवा सड़क के नवा बात
- आमा के चटनी
- गरीबा महाकाव्य (दसवां पांत : राहेर पांत)
- फील्ड सॉंग्स ऑफ छत्त्तीसगढ़
- छत्तीसगढ़ी भाषा परिवार की लोक कथाऍं
- सुन वो नोनी के दाई, आदमी
- अपन-अपन समझ
- तीजा
- जाड़ के महीना
- जयंत साहू के गोठ बात : फिल्म सिनेमा एवार्ड बोहागे धारे-धार
- चैत-नवरात म छत्तीसगढ़ी दोहा 5 : अरुण कुमार निगम
- रायपुर : प्रबंधक व सुपरवाइजर के निःशुल्क प्रशिक्षण बर पंजीयन 10 फरवरी तक
- छत्तीसगढ़ महिमा
- अवइया चुनाव के नावा घोसना पत्र
- नौ हाथ लुगरा पहिरे तभो ले देंहे उघरा
- नवा बैला के चिक्कन सिंग चल रे बैला टिंगे-टिंग : किरकेट के कहिनी
- पुरखा मन के दूत होथे कउवा
- मैगी के जमाना
- गोल्लर ल गरुवा सम्मान
- छत्तीसगढ़ के बिहाव संस्कार-सर्व सामाजिक दायित्व बोध
- अ – छत्तीसगढ़ी हिन्दी शब्दकोश
- राजा – नान्हे कहिनी
- मोरो बिहा कर दे
- हम जम्मो हरामजादा आन… (डॉ.मुकेश कुमार के हिन्दी कविता के अनुवाद)
- परबत के झांपी: रवीन्द्र कंचन
- दुखिया मन के दुःख हरैया
- छत्तीसगढ़ी कहिनी किताब : गुलाब लच्छी
- माफी के किम्मत
- चढौत्तरी के रहस
- तीजा-पोरा के तिहार
- योग रखय निरोग बरसात मा
- ऐसो के देवारी म
- बिचार : नैतिकता नंदावत हे
- गांव गंवई के चुनई
- बकठी दाई के गांव
- संसो झन कर गोरी
- भाव के विचरन- नौ रस ले मन तक
- सोनहा सावन सम्मारी
- भाई -बहिनी के तिहार – राखी
- बालदिवस : मया करइया कका नेहरु
- गुरूजी नमस्कार – कबिता
- गांव ल झन भुलाबे अउ किसान
- फुदुक-फुदुक भई फुदुक-फुदुक….
- वृत्तांत-9 मोला तो बस, येकरेच अगोरा हे
- नान्हे गम्मत : झिटकू-मिटकू
- टेंकहा बेंगवा
- सोलह सिनगार
- तय जवान कहाबे
- पर्यटन : माण्डूक्य ऋषि के तपोभूमि ‘मदकू द्वीप’
- माटी के मया सियान मन के सीख
- जनकवि स्व.कोदूराम’दलित’ जनम के सौ बरिस म बिसेस : ”धान-लुवाई”
- सुरता : पद्मश्री डॉ. मुकुटधर पाण्डेय
- छत्तीसगढ़ के शिव मंदिर
- चंदैनी गोंदा म संत कवि पवन दीवान के लोकप्रिय गीत
- कईसन राज ये कका