- परशुराम
- मुख्यमंत्री के अध्यक्षता म 336 करोड़ के निवेश प्रस्ताव उपर एमओयू
- छत्तीसगढ़ी : कामकाज अउ लेखन के रूप : सुशील भोले
- व्यंग्य : गिनती करोड़ के
- गरीब बनो अउ बनाओ
- छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण – 2016
- छत्तीसगढ़ी लोक म हनुमान
- बम-निकलगे दम
- नानपन के होरी
- छेरछेरा : समाजिक समरसता के तिहार
- किरीट सवैया : पीतर
- कहिनी : आरो
- धरती म समावय निस्तारी के पानी – गुड़ी के गोठ
- उ-ऊ छत्तीसगढ़ी हिन्दी शब्दकोश
- पंचायत मंत्री अजय चन्द्राकर ह ‘कार्टूनों में अटल जी’ पुस्तक के करिस विमोचन
- देस बर जीबो,देस बर मरबो
- सब हलाकानी हे
- बाढ़ ले आये बढ़वार
- हमर छत्तीसगढ़ राज म आनी-बानी के तिहार हे
- रुद्री के रुद्रेश्वरधाम
- नवा बिहान
- जुग जुग पियव
- हमन कहां जात हन – सुधा वर्मा
- शिवशंकर के सावन सम्मार
- कलजुगिया झपागे
- गरीबों का सहारा है, वही ठाकुर हमारा है : ठाकुर प्यारेलाल सिंह
- गणेश चतुर्थी पर कविता
- पारंपरिक गीत देवारी आगे
- प्यारे लाल देशमुख के कबिता संग्रह ले दू ठन कबिता
- जीतेन्द्र वर्मा “खैरझिटिया” के दोहा : ज्ञान
- कहानी : फूल के जघा पउधा भेंट करव
- छत्तीसगढ़ी हाना
- राखी के आगे तिहार
- मया के तिहार
- जाड़ अब्बड़ बाढ़त हे
- श्रीयुत् लाला जगदलपुरी जी के छत्तीसगढ़ी गजल – का कहिबे?
- मोर गॉंव कहॉं सोरियावत हे : दुबराज चांउर के महमहाब
- छत्तीसगढ़ के अनन्या हर राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता म पाइस पहिली स्थान
- सिंगारपुर के माँवली दाई
- कका के घर : छत्तीसगढ़ी उपन्यास
- मनोज कुमार श्रीवास्तव के गियारा कविता
- जयलाल कका के नाच
- विकास के काम ल गिनाए के जरूरत नइ होवय, काम खुदे बोलथे : डॉ. रमन सिंह
- दंतेवाड़ा के डीईओ के घर सोन तउले बर एसीबी ल मंगाए ल परिस मशीन
- बरखा गीद
- संसो
- समाज म जऊन सबसे गरीब, सरकार के वो सबसे करीब : डॉ. रमन सिंह
- चरगोड़िया : रघुबीर अग्रवाल ‘पथिक’
- 7 हाईकु पर्यावरण के
- पं.द्वारिका प्रसाद तिवारी ‘विप्र’ के गीत
- कबिता : नोनी
- कती जाथन हमन
- कविता के थरहा- विसम्भर यादव ‘मरहा’
- विचार ले भटकगे धारा : गुड़ी के गोठ
- छत्तीसगढ़ी गज़ल
- चौमास : कबिता
- छत्तीसगढ़ी गोठियावव अऊ सिखोवव – बेरा के गोठ
- गनेसी के टुरी
- जानबा : दादूलाल जोशी ‘फरहद’
- कबिता : कइसे रोकंव बैरी मन ल
- गउ हतिया
- दिनेश चौहान के गोहार : महतारी भाखा कुरबानी मांगत हे
- कहानी : अंधविसवास
- चैत-नवरात म छत्तीसगढ़ी दोहा 4 : अरुण कुमार निगम
- दानलीला कवितांश
- बड़का तिहार
- तैं ठउंका ठगे असाढ
- पितर के कउंवा
- फुगडी गीत
- सन्त रविदास जयन्ती माघी पूर्णिमा 10 फरवरी
- घानी मुनी घोर दे : रविशंकर शुक्ल
- आवा बचावव लोक कला ल : डॉ. सोमनाथ यादव
- उत्छाह के तिहार हरेली
- छत्तीसगढ़ी गज़ल
- डोंगरी पहाड़ में
- सावन मा बेलपत्र के महिमा
- अंधरी के बेटा – विट्ठलराम साहू ‘निश्छल’
- नई होईस बड़का धमाका : नोटबंदी के आखिरी दिन प्रधान मंत्री के घोषणा
- कबिता : होरी के बजे नंगारा हे
- गोठ बात अउ चिन्हारी सम्मान के आयोजन भिलाई म.
- लक्ष्मी नारायण लहरे ‘साहिल’ के कविता
- लघुकथा – आटोवाला
- सर्वश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार बर आवेदन 25 फरवरी तक
- बसदेव गीत : भगवती सेन
- कागज के महल
- छन्न पकैया : पकैया छ्न्द
- कबीर अउ बेद पुरान
- गाँव कहाँ सोरियावत हें (छत्तीसगढ़ी कविता संग्रह के कुछ अंश )
- माफी के किम्मत
- खुमान लाल साव ल मिलिस संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
- ऊँचई
- शिवरीनारायण के मेला
- होरी हे रिंगी चिंगी
- मोर गॉंव कहॉं सोरियावत हे : चाल चरित म कढ़े रहंय
- सरसी छंद : जनकवि कोदूराम “दलित” जी
- कविता -खुरसी के खेल
- ओहर बेटा नोहे हे
- मेला मडई
- कइसे झंडा फहरही ?
- छंद के छ : एक पाठशाला, एक आंदोलन