- मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ह दिव्य छत्तीसगढ़ के विशेष अंक के करिस विमोचन
- सुशासन दिवस लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम के संग
- जीतेन्द्र वर्मा “खैरझिटिया” के दोहा : नसा
- बैसाखु के गांधी मिलगे
- जरत रइथौं (गजल)
- अपन रद्दा ल बनाबो
- इतवार तिहार
- उत्तर कांड के एक अंश छत्तीसगढी म
- मोर मातृभाषा छत्तीसगढी हे : पालेश्वर शर्मा
- परेम : कहानी
- मोर गांव म कब आबे लोकतंत्र
- सुरता: हृदय सिंह चौहान
- धरती म समावय निस्तारी के पानी – गुड़ी के गोठ
- पांच बछरिया गनपति
- चौकीदार घुघवा ( बाल कहिनी)
- कबिता : बसंत गीत
- खेत खार बखरी मं गहिरागे साँझ : पवन दीवान के गीत
- तेरा साल विकास के : गीत
- अपन-अपन भेद कहौ, भैरा मन के कान मा
- गीत : दीन दयाल साहू
- छत्तीसगढ़ी हायकू
- बाल कहिनी : अइसे धरिन चोर गोहड़ी
- बादर गरजत हे
- छत्तीसगढ़ी तिहार : छेरछेरा पुन्नी
- छत्तीसगढ़ म जनचेतना के उन्नायक संत गुरु घासीदास
- उल्हुवा पान : फिल्म समीक्षा – छत्तीसगढ़ी फिलिम राजू दिलवाला
- दाई के आँखी मा आंसू
- एक बीता पेट बर
- रहचुली
- रायपुर : प्रादेशिक सेना के पैदल वाहिनी (153 इन्फैट्री बटालियन) के भर्ती रैली 08 ले 14 फरवरी तक
- छत्तीसगढ़ के वेलेंटाईन : झिटकू-मिटकी
- चटनी आमा के – कबिता
- चुनई दंगा
- खरपतवार के निंदाई
- अंगरेजी नवा साल!!
- छत्तीसगढ़ के अनन्या हर राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता म पाइस पहिली स्थान
- सांस म जीव लेवा धुंगिया
- नवा साल आगे रे
- सत के मारग बतइया- गुरु घासीदास जी
- दाई अउ बबा के वेलेन्टाइन डे – कहिनी
- पुस्तक समीक्षा : गाँव के पीरा ‘‘गुड़ी अब सुन्ना होगे‘‘
- मोर गॉंव कहॉं सोरियावत हे : महंगा जमो बेचावत हें
- कका के बिहाव : सार-छंद
- किताब कोठी : हीरा सोनाखान के
- आजादी के गीत
- तलाश अपन मूल के
- शिवशंकर के सावन सम्मार
- कबिता : होरी के बजे नंगारा हे
- उज्ज्वला योजना म अभी तक 6.40 लाख गरीब परिवार के महिला मन ल निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन
- मेला जाबोन
- सार छंद : पूछत हे जिनगानी
- सरद्धा अउ सराद्ध
- 8 बछर के पाछू सुरता आईस टाटपट्टी घोटाला
- साहित्यिक पुरखा मन के सुरता : नारायणलाल परमार
- बिकास के बदचाल म होली होवथे बदहाल
- नवरात्रि मनाबो
- वंदे मातरम
- रमन के गोठ आडियो – हल्बी सहित- 11 दिसम्बर 2016
- हतास जिनगानी : नान्हे कहिनी
- ढ़ूंढ़ी रक्सिन: छत्तीसगढ़ी लोककथा – 1
- जै छत्तीसगढि़या किसान अउ खुश रहा
- कविता -खुरसी के खेल
- अभिनय के भूख कभी नइ मिटय : हेमलाल
- तैंहर छोटे झन जानबे भइया एक ला : केयूर भूषण के गीत
- प्रशासनिक शब्दकोश बनइया मन ल आदर दव, हिनव झन
- हायकू
- कहानी – देवारी के कुरीति
- छत्तीसगढ़ी संस्कृति म गोदना
- अमरैया के छाँव म
- मोर गॉंव कहॉं सोरियावत हे : मातर जागंय
- छंद के छ : एक पाठशाला, एक आंदोलन
- छत्तीसगढ़ी व्यंग्य कविता
- गति-मुक्ति : छत्तीसगढी कहिनी संग्रह
- नवा बैला के चिक्कन सिंग चल रे बैला टिंगे-टिंग : किरकेट के कहिनी
- हमर भाखा – छत्तीसगढ़ी : श्रीमती हेमलता शर्मा
- राखी
- पारंपरिक देवार-गीत
- ये भोले तोर बिना….
- गर्मी छुट्टी (रोला छंद)
- आठे कन्हैया
- खतरनाक गेम
- तोर सरन म आएन, माँ असीस देबे वो
- छंद चालीसा – छत्तीसगढी छंद के कोठी
- कवित्त छंद
- लावणी छंद : श्रद्धा के सुरता माँ मिनी माता
- मंय छत्तीसगढ़ बोलथंव
- छत्तीसगढ़ी हाईकुु संग्रह – निर्मल हाईकुु
- कोउ नृप होउ, हमहि …
- ग़ज़ल : उत्तर माढ़े हे सवाल के
- छत्तीसगढी उपन्यास : भुइयाँ
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था म सहकारिता के महत्वपूर्ण योगदान : डॉ. रमन सिंह
- छत्तीसगढ़ी ग़ज़ल
- भोले बाबा
- कब बबा मरही ….. कब बरा खाबो
- कविता-समाज ल आघू बढ़ाबोन
- कइसे उदुप ले डोकरा होगे
- कचरा कहां हे
- खेती किसानी
- अइसन दिन आये हे
- बाहिर तम्बू छोड़ के, आबे कब तैं राम